Top 21 Popular Shayari in Hindi Urdu By Mirza Ghalib


Mirza Ghalib उर्दू और पर्शियन लैंग्वेज के सबसे पॉपुलर शायर थे उनका नाम तो हर कोई जनता है जिसने भी कभी प्यार किया है। ग़ालिब को प्यार या इश्क का दूसरा नाम कहा जाता है अगर हम ये कहें के इश्क़ ग़ालिब से ही शुरू होता है तो कुछ गलत नहीं होगा ऐसा लगता है के जैसे ग़ालिब इश्क़ को जीते थे इतनी शिदत्त थी उनकी शायरी में।

  क्या आप जानते हैं  Mirza Ghalib का पूरा नाम मिर्ज़ा असदुल्लाह बैग खान है पर वो ग़ालिब के नाम से ही पॉपुलर थे उनके टाइम में भी ग़ालिब गहरी से गहरी बात को इतनी आसानी से और शिद्दत से शायरी में लिखते थे के दिल को छू जाते थे यही कारण था के वो इतने ज्यादा पॉपुलर हुए जैसे के हमने बताया ग़ालिब उर्दू और पर्शियन लैंग्वेज में लिखा करते थे 
  
मिर्ज़ा ग़ालिब का जन्म २७ दिसंबर १७९७ को आगरा सिटी में हुआ पर उनका पहला प्यार दिल्ली ( दिल्ली ) ही था जिसके बारे में वो लिखा करते थे  Mirza Ghalib ने एक बार कहा था के अगर मैं कहुं दिल्ली क्या है ? तो जवाब होगा पूरा संसार एक शारीर है और दिल्ली उसका दिल । 
  
Mirza Ghalib से भी दिल्ली ( दिल्ली ) का ये प्यार कभी न खत्म होने वाला है आज भी २२० इयर्स के बाद भी दिल्ली और दिल्ली के रेहने वाले सभी लोग  Mirza Ghalib से उतना ही प्यार करते हैं जितना के वो खुद करते थे दिल्ली स। उनकी शायरी लोगों के दिलों में बसी हुई है चाहे वो  उर्दू शायरी के चाहने वाले हो या फिर हिंदी शायरी के। 
  
पॉपुलर उर्दू शायर गुलज़ार जी कहते हैं के मिर्ज़ा ग़ालिब का होना सबके लिए जरुरी है आप उनके बारे में तब भी जान सकते चाहे आपको उनकी भाषा भी न आती हो ग़ालिब की शायरी उनका लाइफस्टाइल उनका लिखने का तरीका हर एक चीज एक इंस्पिरेशन की तरह है ।

मिर्ज़ा ग़ालिब के वक़्त जब लोग अपने अपने धर्म को लेकर बहुत एग्रेसिव थे उस टाइम में भी ग़ालिब मानवता की बात करते थे , ग़ालिब ने अपने ७ बच्चों को खोयी था इतना दुःख दर्द अपने अंदर समेटे हुए भी वो अपनी ज़िंदा दिली और Senses of humour के लिए जाने जाते थे  ।

Mirza Ghalib की शायरी बॉलीवुड में बहुत ज़्यादा उसे की जाती है आज भी उनकी उर्दू की शायरी लोगों की जुबान पर है अपने उनकी कुछ पॉपुलर शायरी तो सुनी ही होगी जैसे के  ...

Mirza Ghalib's Popular Poetry Like :

  • हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी के हर ख्वाहिश पे दम निकले 
  • बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले 

 Mirza Ghalib Shayari in Hindi and Urdu 


आज हम शेयर कर रहे हैं कुछ  Popular  shayari by Mirza Ghalib जिसको आप शेयर करें अपने फ्रेंड्स और प्यार करने वालों के साथ ।

popular shayari by Ghalib
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हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन
दिल के ख़ुश रखने को 'ग़ालिब' ये ख़याल अच्छा है




popular shayari by Ghalib
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उन के देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़
वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है

popular shayari by Ghalib
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इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश 'ग़ालिब'
कि लगाए न लगे और बुझाए न बने


popular shayari by Ghalib
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तेरे वादे पर जिए हम तो ये जान झूट जाना
कि ख़ुशी से मर न जाते अगर एतिबार होता


popular shayari by Ghalib
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तुम न आए तो क्या सहर न हुई,
हाँ मगर चैन से बसर न हुई,
मेरा नाला सुना ज़माने ने मगर,
एक तुम हो जिसे ख़बर न हुई।


popular shayari by Ghalib
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न था कुछ तो ख़ुदा था, कुछ न होता तो ख़ुदा होता
डुबोया मुझको होने ने न होता मैं तो क्या होता?


popular shayari by Ghalib
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जब हुआ ग़म से यूँ बेहिस तो ग़म क्या सर के कटने का
न होता गर जुदा तन से तो ज़ानू पे धरा होता


popular shayari by Ghalib
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हुई मुद्दत के ग़ालिब मर गया पर याद आता है,
वो हर इक बात पर कहना के यूँ होता तो क्या होता।



mirza ghalib ki shayari
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हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है
तुम्हीं कहो कि ये अंदाज़-ए-गुफ़्तुगू क्या है



mirza ghalib ghazal
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न शोले में ये करिश्मा, न बर्क़ में ये अदा
कोई बताओ कि वो शोख़े-तुन्द-ख़ू क्या है



mirza ghalib quotes
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ये रश्क है कि वो होता है हमसुख़न तुमसे वर्ना ख़ौफ़-ए-बद-आमोज़िए-अ़दू क्या है



mirza ghalib shayari in urdu
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चिपक रहा है बदन पर लहू से पैराहन
हमारे जैब को अब हाजत-ए-रफ़ू क्या है


mirza ghalib shayari in urdu
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जला है जिस्म जहाँ दिल भी जल गया होगा
कुरेदते हो जो अब राख जुस्तुजू क्या है



mirza ghalib poems
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रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ाइल
जब आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है



mirza ghalib poems
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वो चीज़ जिस के लिए हम को हो बहिश्त अज़ीज़
सिवाए बादा-ए-गुलफ़ाम-ए-मुश्क-बू क्या है



mirza ghalib quotes
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पियूँ शराब अगर ख़ुम भी देख लूँ दो-चार
ये शीशा ओ क़दह ओ कूज़ा ओ सुबू क्या है



mirza ghalib quotes
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रही न ताक़त-ए-गुफ़्तार और अगर हो भी
तो किस उमीद पे कहिए कि आरज़ू क्या है



mirza ghalib quotes
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रही न ताक़त-ए-गुफ़्तार और अगर हो भी
तो किस उमीद पे कहिए कि आरज़ू क्या है



हुआ है शह का मुसाहिब फिरे है इतराता
वगर्ना शहर में 'ग़ालिब' की आबरू क्या है



mirza ghalib quotes
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ये हम जो हिज्र में दीवार-ओ-दर को देखते हैं
कभी सबा को कभी नामा-बर को देखते हैं


वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है
कभी हम उन को कभी अपने घर को देखते हैं



mirza ghalib quotes
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नज़र लगे न कहीं उस के दस्त-ओ-बाज़ू को
ये लोग क्यूँ मिरे ज़ख़्म-ए-जिगर को देखते हैं


तिरे जवाहिर-ए-तुर्फ़-ए-कुलह को क्या देखें
हम औज-ए-ताला-ए-लाला-ओ-गुहर को देखते हैं




mirza ghalib quotes
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यही है आज़माना तो सताना किस को कहते हैं
अदू के हो लिए जब तुम तो मेरा इम्तिहाँ क्यूँ हो



 Mirza Ghalib Faqs

  • What Does Galib Means ?

 Ans - The name Ghalib is a Muslim Baby Names baby name. In Muslim Baby Names the meaning of the name Ghalib is: Conqueror. Victor. Dominant
  •  What is the birthplace of Mirza Ghalib?

 Ans - Mirza Ghalib Ka Birthplace Agra hai
  •  What is the real name of Mirza Ghalib?

 Ans - Mirza Ghalib Ka Pura Naam Mirza Asadullah Baig Khan Hai
  •  Where did Ghalib died?

 Ans - Mirza Ghalib Died At Delhi 15 February 1869
 Mirza Ghalib ka Swaragvas 15 February 1869 mein Delhi mein hua tha
  •  What is Mirza Ghalib's  Date of Birth ( DOB )

 Ans - 27 December 1997
  •  What is Mirza Ghalib Wife's Name ?

 Ans - Mirza Ghalib's Wife Name is Umrao Begum