Bewafa Status In Hindi - Bewafa Status बेवफा स्टेटस और शायरी हिंदी में टूटे दिल आशिकों के लिए
बेवफा स्टेटस |
कभी करीब तो कभी जुदा है तू
जाने किस-किस से खफा है तू
मुझे तो तुझ पर खुद से ज्यादा यकीं था
पर ज़माना सच ही कहता था कि बेवफ़ा है तू।😭 💔 😢
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है
कर ले तू सितम
तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद
जिन्हें होगी उन्हें होगी
हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है।
सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं
दूर है वो मुझसे पर मैं उससे ख़फ़ा नहीं
मालूम है कि वो अब भी प्यार करता है मुझसे
वो थोड़ा सा ज़िद्दी है मगर बेवफ़ा नहीं।💔 💔 😭
नावफ़ा पर हमने घर लुटाना था लेकिन
वफ़ा लौट गयी लुटाने से पहले
चिराग तमन्ना का जला तो दिया था
मगर बुझ गया जगमगाने से पहले।
ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते
दुनिया अगर होती चमन तो वीराने कहाँ जाते
चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला
सभी अगर अपने होते तो बेगाने कहाँ जाते।😭😭
फ़र्ज़ था जो मेरा निभा दिया मैंने
उसने माँगा वो सब दे दिया मैंने
वो सुनके गैरों की बातें बेवफ़ा हो गयी
समझ के ख्वाब उसको आखिर भुला दिया मैंने।
जीने्ज़ था जो मेरा निभा दिया मैंने
उसने माँगा वो सब दे दिया मैंने
वो सुनके गैरों की बातें बेवफ़ा हो गयी
समझ के ख्वाब उसको आखिर भुला दिया मैंने।
जीने की तमन्ना बची कहाँ है
भुलाया जो है हमें आपने
यह तो बेवफ़ाई की हद ही है
जिसे पार किया था हमने।💔 😢
मज़बूरीों के लिए आईने कुर्बान किये है
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये है
महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश
जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये है।😭 💔 😢
मज़बूरी में जब कोई जुदा होता है
ज़रूरी नहीं कि वो बेवफ़ा होता है
देकर वो आपकी आँखों में आँसू
अकेले में वो आपसे ज्यादा 😭 रोता है।💔 😢
बिखरे हुए दिल ने भी उसके लिए फरियाद मांगी
मेरी साँसों ने भी हर पल उसकी ख़ुशी मांगी
जाने क्या मोहब्बत थी उस बेवफ़ा में
कि मैंने आखिरी फरियाद में भी उनकी वफ़ा मांगी।
तुमको समझाता हूँ इसलिए ए दोस्त
क्योंकि सबको ही आज़मा चुका हूँ मैं
कहीं तुमको भी पछताना ना पड़े यहाँ
कई हसीनों से 💔धोखा खा चुका हूँ मैं।
खुदा तू ही बता हमारा क्या होगा
उजड़े हुए दिल का सहारा क्या होगा
घबराहट होती है मोहब्बत की नाव में बैठ कर
गर मझदार ये तो किनारा क्या होगा।😭😭
एक तेरी खातिर परेशाँ हूँ मैं
टूटे दिलों की जुबाँ हूँ मैं
तूने ठुकराया जिसको अपनाकर
उसी दीवाने का गुमां हूँ मैं।😭 💔 😢
मेरी मौत के सबब आप बने
इस दिल के रब आप बने
पहले मिसाल थे वफ़ा की
जाने यूँ बेवफ़ा कब आप बने।💔 😢
Bewafai Status
जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ
मेरी आंखें एक दस्तक दे देती हैं
दुःख ये नहीं कि वो दरवाजा बंद कर देते है
खुशी ये है कि वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं।😭😭
यह ना थी हमारी क़िस्मत
कि विसाल-ए-यार होता
अगर और जीते रहते
यही इंतज़ार होता
तेरे वादे पर जाएँ हम
तो यह जान झूठ जाना
कि ख़ुशी से मर ना जाते
अगर ऐतबार होता।💔 💔 😭
महफ़िल ना सही
तन्हाई तो मिलती है
मिलें ना सही
जुदाई तो मिलती है
प्यार में कुछ नहीं मिलता
वफ़ा ना सही
बेवफ़ाई तो मिलती है।
कदम यूँ ही डगमगा गए रास्ते में
वैसे संभालना हम भी जानते थे
ठोकर भी लगी तो उसी पत्थर से
जिसे हम अपना मानते थे।😭 💔 😢
कहाँ से लाऊ हुनर उसे मनाने का
कोई जवाब नहीं था उसके रूठ जाने का
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी
क्यूंकी जुर्म मैंने किया था उससे दिल लगाने का।💔 💔 😭
आग दिल में लगी जब वो खफा हुए
महसूस हुआ तब
जब वो जुदा हुए
करके वफ़ा कुछ दे न सके वो पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफा हुए।
ये देखा है हमने खुद को आज़माकर
धोखा💔 देते हैं लोग करीब आकर
कहती है दुनिया पर दिल नहीं मानता
कि छोड़ जाओगे तुम भी एक दिन अपना बनाकार।💔 😢
बेवफाई उसकी मिटा के आया हूँ
ख़त उसके पानी में बहा के आया हूँ
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ।😭 💔 😢
इंसानों के कंधे पर इंसान जा रहे हैं
कफ़न में लिपट कर कुछ अरमान जा रहे हैं
जिन्हें मिली मोहब्बत में बेवफ़ाई
वफ़ा की तलाश में वो कब्रिस्तान जा रहे हैं।💔 😢
समझ जाते थे हम उनके दिल की हर बात को
और वो हमें हर बार धोखा💔 देते थे
लेकिन हम भी मजबूर थे दिल के हाथों
जो उन्हें बार-बार मौका देते थे।😭😭
समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से
अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।💔 😢
तेरी दोस्ती ने दिया सकूं इतना
की तेरे बाद कोई अच्छा न लगे
तुझे करनी है बेवफ़ाई तो इस अदा से कर
कि तेरे बाद कोई भी बेवफ़ा न लगे।💔 💔 😭
दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे
पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे
रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज
फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे।😭😭
प्यार में बेवाफाई मिले तो गम न करना
अपनी आँखे किसी के लिए नम न करना
वो चाहे लाख नफरते करें तुमसे
पर तुम अपना प्यार कभी उसके लिए कम न करना।
वो छोड़ के गए हमें 😭
न जाने उनकी क्या मजबूरी थी
खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं
ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी।
💔 💔 😭
पल पल उसका साथ निभाते हम
एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम
समुन्दर के बीच में पहुंचकर फरेब किया उसने
वो कहता तो किनारे पर ही डूब जाते हम।😭😭
मत पूछ मेरे सब्र की इन्तेहा कहाँ तक है
तु सितम कर ले
तेरी ताक़त जहाँ तक है
व़फा की उम्मीद जिन्हें होगी
उन्हें होगी
हमें तो देखना है
तू ज़ालिम कहाँ तक है!💔 💔 😭
जानकार भी तुम मुझे जान ना पाए
आजतक तुम मुझे पहचान ना पाए
खुद ही की है बेवाफाई तुमने
ताकि तुम पर इल्ज़ाम ना आए!
Bewafa Shayari
अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती
तो खुदा ने मोहब्बत बनाई ना होती
लोग मरने की आरज़ू ना करते
अगर मोहब्बत में बेवाफ़ाई ना होती!💔 😢
स्टेट्स नहीं आती मुझे बस हाले दिल सुना रही हूँ
💔बेवफ़ाई का इलज़ाम है
मुझपर फिर भी गुनगुना रही हूँ
क़त्ल करने वाले ने कातिल भी हमें ही बना दिया
खफ़ा नहीं उससे फिर भी मैं बस
उसका दामन बचा रही हूँ।
प्यार किया था तो प्यार का अंजाम कहाँ मालूम था! वफ़ा के बदले मिलेगी बेवफाई कहाँ मालूम था! सोचा था तैर के पार कर लेंगे प्यार के दरिया को! पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहाँ मालूम था!😭 💔 😢
उन्होंने जो किया ये शायद उनकी फितरत है! अपने लिये तो प्यार एक इबादत है! न मिले उनसे तो मरकर बता देंगे! कि कितनी मुहब्बत है इस दिल में!💔 💔 😭
कहती है दुनिया जिसे प्यार
नशा है
खताह है! हमने भी किया है प्यार
इसलिए हमे भी पता है! मिलती है थोड़ी खुशियाँ ज्यादा गम! पर इसमें ठोकर खाने का भी कुछ अलग ही मज़ा है!😭😭
हँसी यूँ ही नहीं आई है इस ख़ामोश चेहरे पर…..
कई ज़ख्मों को सीने में दबाकर रख दिया हमने !
आँखों से बहता पानी झरना है या है कोई समंदर
हर पल क्यों ये लगता है जैसे कुछ टूट रहा है मेरे अंदर।
हम अंजुमन में सबकी तरफ देखते रहे,
अपनी तरह से कोई हमें अकेला नहीं मिला।
यूँ गुमसुम मत बैठो पराये से लगते हो,
मीठी बातें नहीं करना है तो चलो झगड़ा ही कर लो…
सुनो ना….हम पर मोहब्बत नही आती तुम्हें,
रहम तो आता होगा?
काश वो भी आकर हम से कह दे मैं भी तन्हाँ हूँ,
तेरे बिन,
तेरी तरह,
तेरी कसम,
तेरे लिए !
Bewafa Shayari 2 Line
समझा दो तुम अपनी यादों को ज़रा
दिन रात तंग करती हैं मुझे कर्ज़दार की तरह।
बेवफाई तो सभी कर लेते है जानेमन तू तो समझदार थी कुछ तो नया करती
मुझे ऐसी शराब बता ये दोस्त नशा ए इश्क उतार पाऊ मै..
यह दुनिया सिर्फ ख़ुशी में साथ देती है
इसलिए हम अपने आँसुओं को छुपा कर रखते हैं।
दिल में हर राज़ दबा कर रखते हैं
होंठों पे मुस्कुराहट सज़ा के रखते हैं
सुकून अपने दिल का मैंने खो दिया,
खुद को तन्हाई के समंदर में डुबो दिया
बस एक बार निकाल दो इस इश्क से ऐ खुदा, फिर जब तक जियेंगे कोई खता न करेंगे
मुझसे खुशनसीब हैं मेरे लिखे ये लफ्ज, जिनको कुछ देर तक पढ़ेगी निगाहे तेरी ।
ऐ मोहब्बत तू शर्म से डूब मर,
तू एक शख्स को मेरा ना कर सकी.
दिल तो दोनों का टूटा हैं,
वरना…चाँद में दाग और सूरज में आग ना होती..!
याद रहेगा हमेंशा यह दर्दे हयात हमको भी,
कि क्या खूब तरसे थे ज़िन्दगी में एक शख्स की खातिर
जानते थे तोङ दोगे तुम,
फिर भी दिल तुम्हेँ देना अच्छा लगा..!!
बहुत अमीर होती है ये शराब की बोतलें पैसा चाहे जो भी लग जाए सारे ग़म ख़रीद लेतीं है
सुना है देर रात तक जागते हो आप लोग,
यादो के मारे हो या मेरी तरह इश्क मे हारे हो
अकेले कैसे रहा जाता है
कुछ लोग यही सिखाने हमारी ज़िन्दगी में आते हैं
Bewafa Shayari Status
हर भूल तेरी माफ़ की
हर खता को तेरी भुला दिया
गम ये है कि मेरे प्यार का
तूने बेवफा बनके सिला दिया
कभी रहमत करना मेरी
दिल्लगी पे ज़ालिम
हम बाजारों में नहीं, हजारों में मिलते हैं
सच्ची मोहब्बत बस होती है
कभी मिला नहीं करती
कोई रात से कह दो कि थम जाये
मैं आज ख्वाब में ज़िन्दगी जीने वाला हूँ
तू भी आईने 🔎 की तरह बेवफा 😪 निकला
जो सामने आया, उसी का हो गया
इश्क में हर बात अजीब हुआ करती है
किसी को आशिकी तो किसी को शायरी नसीब होती
तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना
तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना
मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना
शौंक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना।😭😭
जाने मेरी आँखों से कितने आँसू बह गए
इंसानो की इस भीड़ में देखो हम तनहा रह गए
करते थे जो कभी अपनी वफ़ा की बातें
आज वही सनम हमें बेवफ़ा कह गए।😭 💔 😢
ज़िन्दगी से बस यही गिला है
ख़ुशी के बाद क्यों ये गम मिला है
हमने तो उनसे वफ़ा की थी
पर नहीं जानते थे कि बेवफाई ही वफ़ा का सिला है।💔 😢
जानते थे कि नहीं हो सकते कभी तुम हमारे
फिर भी खुदा से तुम्हें माँगने की आदत हो गयी
पैमाने वफ़ा क्या है
हमें क्या मालूम
कि बेवफाओं से दिल लगाने की आदत हो गयी।
वफ़ा करने से मुकर गया है दिल💔
अब प्यार करने से डर गया है दिल💔
अब किसी सहारे की बात मत करना
झूठे दिलासों से भर गया है अब यह दिल।😭😭
मशहूर हो गया हूँ तो ज़ाहिर है दोस्तो
इलज़ाम सौ तरह के मेरे सर भी आयेंगे
थोड़ा सा अपनी चाल बदल कर चलो
सीधे चले तो मुमकिन है पीठ में खंज़र भी आयेंगे।💔 😢
वो पानी की लहरों पे क्या लिख रहा था
खुदा जाने हरफ-ऐ-दुआ लिख रहा था
महोब्बत में मिली थी नफरत उसे भी शायद
इसलिए हर शख्स को शायद बेवफा लिख रहा था।😭 💔 😢
हर पल कुछ सोचते रहने की आदत हो गयी है
हर आहट पे चौंक जाने की आदत हो गयी है
तेरे इश्क़ में ऐ बेवफा
हिज्र की रातों के संग
हमको भी जागते रहने की आदत हो गयी है।💔 💔 😭
ना जाने क्या सोच कर लहरें साहिल से टकराती हैं
और फिर समंदर में लौट जाती हैं
समझ नहीं आता कि किनारों से बेवफाई करती हैं
या फिर लौट कर समंदर से वफ़ा निभाती हैं।😭😭
हो गया हूँ मशहूर तो ज़ाहिर है दोस्तो
इलज़ाम सौ तरह के मेरे सर भी आयेंगे
थोड़ा सा अपनी चाल बदल कर चलो
सीधे चले तो मुमकिन है पीठ में खंज़र भी आयेंगे।💔 💔 😭
हर धड़कन में एक राज़ होता है
बात को बताने का भी एक अंदाज़ होता है
जब तक ना लगे ठोकर बेवाफ़ाई की
हर किसी को अपने प्यार पर नाज़ होता है।😭😭
कभी करीब तो कभी जुदा है तू
जाने किस-किस से खफा है तू
मुझे तो तुझ पर खुद से ज्यादा यकीं था
पर ज़माना सच ही कहता था कि बेवफ़ा है तू।😭 💔 😢
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है
कर ले तू सितम
तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद
जिन्हें होगी उन्हें होगी
हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है।
सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं
दूर है वो मुझसे पर मैं उससे ख़फ़ा नहीं
मालूम है कि वो अब भी प्यार करता है मुझसे
वो थोड़ा सा ज़िद्दी है मगर बेवफ़ा नहीं।💔 💔 😭
वफ़ा पर हमने घर लुटाना था लेकिन
वफ़ा लौट गयी लुटाने से पहले
चिराग तमन्ना का जला तो दिया था
मगर बुझ गया जगमगाने से पहले।
लम्हा लम्हा सांसें ख़तम हो रही हैं
ज़िंदगी मौत के पहलू में सो रही है
उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह
वो तो ज़माने को दिखाने के लिए 😭 रो रही है।💔 💔 😭
ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते
दुनिया अगर होती चमन तो वीराने कहाँ जाते
चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला
सभी अगर अपने होते तो बेगाने कहाँ जाते।😭😭
फ़र्ज़ था जो मेरा निभा दिया मैंने
उसने माँगा वो सब दे दिया मैंने
वो सुनके गैरों की बातें बेवफ़ा हो गयी
समझ के ख्वाब उसको आखिर भुला दिया मैंने।
जीने की तमन्ना बची कहाँ है
भुलाया जो है हमें आपने
यह तो बेवफ़ाई की हद ही है
जिसे पार किया था हमने।💔 😢
चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये है
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये है
महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश
जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये है।😭 💔 😢
ज़ख़्म जब मेरे सिने के भर जाएँगे
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे
ये मत पूछना किस किस ने धोखा💔 दिया
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे।
कभी हम भी इसके क़रीब थे
दिलो जान से बढ़ कर अज़ीज थे
मगर आज ऐसे मिला है वो
कभी पहले जैसे मिला ना हो।😭 💔 😢
मज़बूरी में जब कोई जुदा होता है
ज़रूरी नहीं कि वो बेवफ़ा होता है
देकर वो आपकी आँखों में आँसू
अकेले में वो आपसे ज्यादा 😭 रोता है।💔 😢
बिखरे हुए दिल ने भी उसके लिए फरियाद मांगी
मेरी साँसों ने भी हर पल उसकी ख़ुशी मांगी
जाने क्या मोहब्बत थी उस बेवफ़ा में
कि मैंने आखिरी फरियाद में भी उनकी वफ़ा मांगी।
तुमको समझाता हूँ इसलिए ए दोस्त
क्योंकि सबको ही आज़मा चुका हूँ मैं
कहीं तुमको भी पछताना ना पड़े यहाँ
कई हसीनों से 💔धोखा खा चुका हूँ मैं।
खुदा तू ही बता हमारा क्या होगा
उजड़े हुए दिल का सहारा क्या होगा
घबराहट होती है मोहब्बत की नाव में बैठ कर
गर मझदार ये तो किनारा क्या होगा।😭😭
एक तेरी खातिर परेशाँ हूँ मैं
टूटे दिलों की जुबाँ हूँ मैं
तूने ठुकराया जिसको अपनाकर
उसी दीवाने का गुमां हूँ मैं।😭 💔 😢
मेरी मौत के सबब आप बने
इस दिल के रब आप बने
पहले मिसाल थे वफ़ा की
जाने यूँ बेवफ़ा कब आप बने।💔 😢
जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ
मेरी आंखें एक दस्तक दे देती हैं
दुःख ये नहीं कि वो दरवाजा बंद कर देते है
खुशी ये है कि वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं।😭😭
यह ना थी हमारी क़िस्मत
कि विसाल-ए-यार होता
अगर और जीते रहते
यही इंतज़ार होता
तेरे वादे पर जाएँ हम
तो यह जान झूठ जाना
कि ख़ुशी से मर ना जाते
अगर ऐतबार होता।💔 💔 😭
महफ़िल ना सही
तन्हाई तो मिलती है
मिलें ना सही
जुदाई तो मिलती है
प्यार में कुछ नहीं मिलता
वफ़ा ना सही
बेवफ़ाई तो मिलती है।
एक इंसान मिला जो जीना सिखा गया
आंसुओं की नमी को पीना सिखा गया
कभी गुज़रती थी वीरानों में ज़िंदगी
वो शख्स वीरानों में महफ़िल सजा गया।😭😭
किया अपना बन कर जो तूने सनम
ना गैरों से वो कभी गैर करे
अगर हमें छोड़ कर जाना चाहते हो
जाओ चले जाओ अल्लाह खैर करे।💔 😢
कदम यूँ ही डगमगा गए रास्ते में
वैसे संभालना हम भी जानते थे
ठोकर भी लगी तो उसी पत्थर से
जिसे हम अपना मानते थे।😭 💔 😢
कहाँ से लाऊ हुनर उसे मनाने का
कोई जवाब नहीं था उसके रूठ जाने का
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी
क्यूंकी जुर्म मैंने किया था उससे दिल लगाने का।💔 💔 😭
आग दिल में लगी जब वो खफा हुए
महसूस हुआ तब
जब वो जुदा हुए
करके वफ़ा कुछ दे न सके वो पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफा हुए।
ये देखा है हमने खुद को आज़माकर
धोखा💔 देते हैं लोग करीब आकर
कहती है दुनिया पर दिल नहीं मानता
कि छोड़ जाओगे तुम भी एक दिन अपना बनाकार।💔 😢
बेवफाई उसकी मिटा के आया हूँ
ख़त उसके पानी में बहा के आया हूँ
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ।😭 💔 😢
इंसानों के कंधे पर इंसान जा रहे हैं
कफ़न में लिपट कर कुछ अरमान जा रहे हैं
जिन्हें मिली मोहब्बत में बेवफ़ाई
वफ़ा की तलाश में वो कब्रिस्तान जा रहे हैं।💔 😢
समझ जाते थे हम उनके दिल की हर बात को
और वो हमें हर बार धोखा💔 देते थे
लेकिन हम भी मजबूर थे दिल के हाथों
जो उन्हें बार-बार मौका देते थे।😭😭
समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से
अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।💔 😢
तेरी दोस्ती ने दिया सकूं इतना
की तेरे बाद कोई अच्छा न लगे
तुझे करनी है बेवफ़ाई तो इस अदा से कर
कि तेरे बाद कोई भी बेवफ़ा न लगे।💔 💔 😭
दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे
पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे
रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज
फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे।😭😭
प्यार में बेवाफाई मिले तो गम न करना
अपनी आँखे किसी के लिए नम न करना
वो चाहे लाख नफरते करें तुमसे
पर तुम अपना प्यार कभी उसके लिए कम न करना।
वो छोड़ के गए हमें 😭
न जाने उनकी क्या मजबूरी थी
खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं
ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी।
💔 💔 😭
पल पल उसका साथ निभाते हम
एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम
समुन्दर के बीच में पहुंचकर फरेब किया उसने
वो कहता तो किनारे पर ही डूब जाते हम।😭😭
मत पूछ मेरे सब्र की इन्तेहा कहाँ तक है
तु सितम कर ले
तेरी ताक़त जहाँ तक है
व़फा की उम्मीद जिन्हें होगी
उन्हें होगी
हमें तो देखना है
तू ज़ालिम कहाँ तक है!💔 💔 😭
जानकार भी तुम मुझे जान ना पाए
आजतक तुम मुझे पहचान ना पाए
खुद ही की है बेवाफाई तुमने
ताकि तुम पर इल्ज़ाम ना आए!
अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती
तो खुदा ने मोहब्बत बनाई ना होती
लोग मरने की आरज़ू ना करते
अगर मोहब्बत में बेवाफ़ाई ना होती!💔 😢
स्टेट्स नहीं आती मुझे बस हाले दिल सुना रही हूँ
💔बेवफ़ाई का इलज़ाम है
मुझपर फिर भी गुनगुना रही हूँ
क़त्ल करने वाले ने कातिल भी हमें ही बना दिया
खफ़ा नहीं उससे फिर भी मैं बस
उसका दामन बचा रही हूँ।
प्यार किया था तो प्यार का अंजाम कहाँ मालूम था! वफ़ा के बदले मिलेगी बेवफाई कहाँ मालूम था! सोचा था तैर के पार कर लेंगे प्यार के दरिया को! पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहाँ मालूम था!😭 💔 😢
उन्होंने जो किया ये शायद उनकी फितरत है! अपने लिये तो प्यार एक इबादत है! न मिले उनसे तो मरकर बता देंगे! कि कितनी मुहब्बत है इस दिल में!💔 💔 😭
कहती है दुनिया जिसे प्यार
नशा है
खताह है! हमने भी किया है प्यार
इसलिए हमे भी पता है! मिलती है थोड़ी खुशियाँ ज्यादा गम! पर इसमें ठोकर खाने का भी कुछ अलग ही मज़ा है!😭😭
हँसी यूँ ही नहीं आई है इस ख़ामोश चेहरे पर…..
कई ज़ख्मों को सीने में दबाकर रख दिया हमने !
आँखों से बहता पानी झरना है या है कोई समंदर
हर पल क्यों ये लगता है जैसे कुछ टूट रहा है मेरे अंदर।
हम अंजुमन में सबकी तरफ देखते रहे,
अपनी तरह से कोई हमें अकेला नहीं मिला।
यूँ गुमसुम मत बैठो पराये से लगते हो,
मीठी बातें नहीं करना है तो चलो झगड़ा ही कर लो…
सुनो ना….हम पर मोहब्बत नही आती तुम्हें,
रहम तो आता होगा?
काश वो भी आकर हम से कह दे मैं भी तन्हाँ हूँ,
तेरे बिन,
तेरी तरह,
तेरी कसम,
तेरे लिए !
समझा दो तुम अपनी यादों को ज़रा
दिन रात तंग करती हैं मुझे कर्ज़दार की तरह।
बेवफाई तो सभी कर लेते है जानेमन तू तो समझदार थी कुछ तो नया करती
मुझे ऐसी शराब बता ये दोस्त नशा ए इश्क उतार पाऊ मै..
यह दुनिया सिर्फ ख़ुशी में साथ देती है
इसलिए हम अपने आँसुओं को छुपा कर रखते हैं।
दिल में हर राज़ दबा कर रखते हैं
होंठों पे मुस्कुराहट सज़ा के रखते हैं
सुकून अपने दिल का मैंने खो दिया,
खुद को तन्हाई के समंदर में डुबो दिया
बस एक बार निकाल दो इस इश्क से ऐ खुदा, फिर जब तक जियेंगे कोई खता न करेंगे
मुझसे खुशनसीब हैं मेरे लिखे ये लफ्ज, जिनको कुछ देर तक पढ़ेगी निगाहे तेरी ।
ऐ मोहब्बत तू शर्म से डूब मर,
तू एक शख्स को मेरा ना कर सकी.
दिल तो दोनों का टूटा हैं,
वरना…चाँद में दाग और सूरज में आग ना होती..!
याद रहेगा हमेंशा यह दर्दे हयात हमको भी,
कि क्या खूब तरसे थे ज़िन्दगी में एक शख्स की खातिर
जानते थे तोङ दोगे तुम,
फिर भी दिल तुम्हेँ देना अच्छा लगा..!!
बहुत अमीर होती है ये शराब की बोतलें पैसा चाहे जो भी लग जाए सारे ग़म ख़रीद लेतीं है
सुना है देर रात तक जागते हो आप लोग,
यादो के मारे हो या मेरी तरह इश्क मे हारे हो
अकेले कैसे रहा जाता है
कुछ लोग यही सिखाने हमारी ज़िन्दगी में आते हैं
हर भूल तेरी माफ़ की
हर खता को तेरी भुला दिया
गम ये है कि मेरे प्यार का
तूने बेवफा बनके सिला दिया
कभी रहमत करना मेरी
दिल्लगी पे ज़ालिम
हम बाजारों में नहीं, हजारों में मिलते हैं
सच्ची मोहब्बत बस होती है
कभी मिला नहीं करती
कोई रात से कह दो कि थम जाये
मैं आज ख्वाब में ज़िन्दगी जीने वाला हूँ
तू भी आईने 🔎 की तरह बेवफा 😪 निकला
जो सामने आया, उसी का हो गया
इश्क में हर बात अजीब हुआ करती है
किसी को आशिकी तो किसी को शायरी नसीब होती
जब प्यार 💔 नहीं है तो भुला 😢 क्यों नहीं देते
ये ख़त 📄 किसलिए रखे हैं जला 🔥 क्यों नहीं देते