30+ Best Waseem Barelvi Shayari in Hindi
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वासीम बरेलवी की शायरी इन हिंदी की पोस्ट में हम शेयर करेंगे ।
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आज हम आपके साथ शेयर करेंगे उर्दू और हिंदी के पॉपुलर शायर वसीम बरेलवी की कुछ बहुत ही अछि शायरी जो आपके दिल को छो जायेगी इस से पहले भी हम आपको उर्दू और हिंदी के टॉप शायर के बारे बता चुके हैं जैसे के मिर्ज़ा ग़ालिब, गुलजार, फैज़ अहमद फ़ैज़, जावेद अख्तर मजरूह सुल्तानपुरी और वसीम बरेलवी जी आगे भी हम आपको ऐसे ही पॉपुलर लेखकों के बारे में जानकारी देते रहेंगे।
वासीम बरेलवी जी का जन्म फरबरी १९४० को बरेळी, उत्तर प्रदेश में हुआ वासीम बरेलवी तो उनका एक कवी के रूप में नाम है पर उनका असली नाम ज़ाहिद हुसैन है उनके पिता जी का नाम शहीद हसन नसीम है ।
वासीम जी की ग़ज़ल और शायरी को बहुत सारे सिंगर्स ने अपनी आवाज़ से अमर बना दिया है खास कर के जगजीत सिंह जी उनकी ग़ज़लों को गाया करते थे ।
उनकी शायरी ऐसी थी जो आपके दिल को लग जाये वो बहुत ही अच्छा लिखते थे बड़ी से बड़ी गेहराई की बात को अपनी ग़ज़ल और शायरी में बड़ी आसानी से कह जाते थे ।
वसीम बरेलवी जी ने उर्दू ग़ज़ल को एक नए मुकाम तक पुह्चाया उनकी लिखी ग़ज़लें बहुत ज़्यादा पसंद की जाती हैं आज हम आपको उनकी कुछ ग़ज़ल्स , हिंदी शायरी और उर्दू के बहुत ही पॉपुलर अंश इमेजेज के दौरा आपके शेयर करेंगे ।
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Waseem Barelvi Ki Shayari in Hindi |
मेरे होंठों पे अपनी प्यास रख दो और फिर सोचो?
कि इसके बाद भी दुनिया में कुछ पाना ज़रूरी है.
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Waseem barelvi shayari |
छोटी-छोटी बातें करके बड़े कहाँ हो जाओगे
पतली गलियों से निकलो तो खुली सड़क पर आओगे
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Waseem barelvi rekhta |
तुम्हारा प्यार तो सांसों में सांस लेता है
जो होता नशा तो इक दिन उतर नहीं जाता
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Waseem barelvi shayari in hindi |
अपनी इस आदत पे ही इक रोज़ मारे जाएँगे,
कोई दर खोले न खोले हम पुकारे जाएँगे.
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Waseem barelvi sher |
मोहब्बत के घरों के कच्चे-पन को ये कहाँ समझें
इन आँखों को तो बस आता है बरसातें बड़ी करना
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Wasim barelvi ki shayari in hindi |
तेरी नफरतों को प्यार की खुशबु बना देता,
मेरे बस में अगर होता तुझे उर्दू सीखा देता
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Love shayari rekhta |
धूप के एक ही मौसम ने जिन्हें तोड़ दिया,
इतने नाज़ुक भी ये रिश्ते न बनाये होते
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Wasim barelvi sher |
कुछ तो कर आदाबे-महफ़िल का लिहाज़.
यार, ये पहलू बदलना छोड़ दे
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Waseem barelvi poetry |
खुद को मनवाने का मुझको भी हुनर आता है
मैं वह कतरा हूं समंदर मेरे घर आता है
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Waseem barelvi best shayari |
क्या दुख है समन्दर को बता भी नहीं सकता
आंसू की तरह आँख तक आ भी नहीं सकता.
तू छोड़ रहा है तो ख़ता इसमें तेरी क्या
हर शख्स मेरा साथ निभा भी नहीं सकता
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Waseem barelvi best shayari |
यह सोच कर कोई अहदे-वफ़ा करो हमसे,
हम एक वादे पे उम्रें गुज़ार देते हैं
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Waseem barelvi best shayari |
ज़रा सा क़तरा कहीं आज अगर उभरता है
समुंदरों ही के लहजे में बात करता है
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waseem barelvi sher in hindi |
दुख अपना अगर हम को बताना नहीं आता,
तुम को भी तो अंदाज़ा लगाना नहीं आता
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Waseem barelvi shayari |
आसमाँ इतनी बुलंदी पे जो इतराता है,
भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है
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waseem barelvi sher in hindi |
न पाने से किसी के है न कुछ खोने से मतलब है
ये दुनिया है,, इसे तो कुछ न कुछ होने से मतलब है
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waseem barelvi sher |
वो झूट बोल रहा था बड़े सलीक़े से,
मैं ए'तिबार न करता तो और क्या करता
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Best Waseem Barelvi Shayari in Hindi |
रात के टुकड़ों पे पलना छोड़ दे,
शमा से कहना के जलना छोड़ दे
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Best Waseem Barelvi Shayari in Hindi |
बहुत से ख़्वाब देखोगे तो आँखें,
तुम्हारा साथ देना छोड़ देंगी
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Best Waseem Barelvi Shayari in Hindi |
मुसलसल हादसों से बस मुझे इतनी शिकायत है,
कि ये आँसू बहाने की भी तो मोहलत नहीं देते
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Waseem barelvi rekhta |
इन्हें तो ख़ाक में मिलना ही था कि मेरे थे,
ये अश्क कौन से ऊँचे घराने वाले थे
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Waseem barelvi sher |
हँसी जब आये, किसी बात पर ही आती है,
उदास होने का अक्सर सबब नहीं होता
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Wasim barelvi ki shayari in hindi |
अपने चेहरे से जो ज़ाहिर है छुपाएँ कैसे?
तेरी मर्ज़ी के मुताबिक़ नज़र आएँ कैसे?
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Wasim barelvi sher |
ग़म और होता सुन के गर आते न वो 'वसीम'
अच्छा है मेरे हाल की उन को ख़बर नहीं
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Waseem barelvi poetry |
कुछ है कि जो घर दे नहीं पाता है किसी को,
वर्ना कोई ऐसे तो सफ़र में नहीं रहता
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Waseem barelvi best shayari |
शाम तक सुबह की नज़रों से उतर जाते हैं,
इतने समझौतों पे जीते हैं कि, मर जाते हैं
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Waseem barelvi best shayari |
तलब की राह में पाने से पहले खोना पड़ता है,
बड़े सौदे नज़र में हो तो, छोटा होना पड़ता है
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Waseem barelvi best shayari |
दूरी हुई ,तो उनसे करीब और हम हुए
ये कैसे फ़ासिले थे ,जो बढ़ने से कम हुए
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Waseem barelvi shayari images in hindi |
तुम आ गए हो तो कुछ चाँदनी सी बातें हों,
ज़मीं पे चाँद कहाँ रोज़ रोज़ उतरता है
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Wasim barelvi shayari |
कौन सी बात कहाँ कैसे कही जाती है,
ये सलीक़ा हो तो, हर बात सुनी जाती है
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Waseem barelvi shayari in hindi |
सभी रिश्ते गुलाबों की तरह ख़ुशबू नहीं देते
कुछ ऐसे भी तो होते हैं जो काँटे छोड़ जाते हैं
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Waseem barelvi shayari in hindi |
ग़रीब लहरों पे पहरे बिठाये जाते हैं
समन्दरों की तलाशी कोई नहीं लेता
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waseem barelvi sher |
उसी को जीने का हक़ है जो इस ज़माने में,
इधर का लगता रहे और उधर का हो जाए
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waseem barelvi sher |
तुझे पाने की कोशिश में कुछ इतना खो चुका हूँ मैं.
कि तू मिल भी अगर जाए तो, अब मिलने का ग़म होगा
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waseem barelvi sher |
मुझे पढ़ता कोई तो कैसे पढ़ता
मिरे चेहरे पे तुम लिक्खे हुए थे
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Best Waseem Barelvi Shayari in Hindi |
तुम्हारी राह में मिट्टी के घर नहीं आते
इसीलिए तो तुम्हें हम नज़र नहीं आते
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Best Waseem Barelvi Shayari in Hindi |
अपने हर इक लफ़्ज़ का ख़ुद आईना हो जाऊँगा
उसको छोटा कह के मैं कैसे बड़ा हो जाऊँगा
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waseem barelvi sher |
किसी से कोई भी उम्मीद रखना छोड़ कर देखो
तो ये रिश्ते निभाना किस क़दर आसान हो जाये
Waseem Barelvi poetry books
वसीम बरेलवी जी ने बहुत सारी बुक्स भी लिखी जिनको लोगों ने बहुत ज़्यादा पसंद किया उनकी बुक्स लव शायरी ,सैड शायरी और ग़ज़ल्स पर आधारित हैं चलिये उनकी लिखी बुक्स की लिस्ट देख लेते हैं .
- Tabassum-e-Gham (Urdu) (1966)[12]
- Aansu Mere Daman Tera (Hindi) (1990)
- Mizaj (Urdu) (1990)
- Aankh Aansu Hui (Urdu) (2000)
- Mera kya (Hindi) (2000)
- Aankhon Aankhon Rahe (Urdu) (2007)
- Mera kya (Urdu) (2007)
- Mausam Andar Bahar Ke (Urdu) (2007)
- Charagh (Devnagri) (2016)
वसीम बरेलवी जी को उनकी हिंदी उर्दू शायरी के लिए बहुत सारे अवार्ड्स से भी नवाज़ा गया है जिनकी जिनकी लिस्ट इस प्रकार है
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- Firaq Gorakhpuri International Award
- Kalidas gold medal (by the Haryana government
- Begum Akhtar Kala Dharmi award
- Naseem-e-Urdu award
Conclusion : उम्मीद है की आपको आज की पोस्ट वासीम बरेलवी शायरी आप को पसंद आई होगी अपने विचार आप कमैंट्स के जरिये हम तक भेज सकते हैं आगे भी हम आपको और भी बहुत से पॉपुलर लेखकों की शायरी से रुबरु करवाते रहेंगे Thanks for Reading.